अक्टूबर 2025 में रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर सामने आ रही है। महंगाई के इस दौर में जब आम परिवार पहले ही संकट का सामना कर रहे हैं, एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कमी की संभावना चर्चा का विषय बन चुकी है। त्योहारी सीजन के दौरान गैस सिलेंडर की दरों में बदलाव से करोड़ों घरों के मासिक खर्चों में राहत मिल सकती है।
भारत में लगभग 32 करोड़ एलपीजी कनेक्शन हैं, जिनमें से अधिकांश परिवार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 800 रुपये से लेकर 900 रुपये के बीच हैं, जो मध्यम और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए एक बड़ा खर्चा बनती हैं।
गैस सिलेंडर की कीमतों में संभावित बदलाव
अक्टूबर महीने के मध्य से गैस सिलेंडर की कीमतों में 70 से 80 रुपये तक की कमी की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, तेल विपणन कंपनियों द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता और रुपये की विनिमय दर में सुधार के कारण हो सकता है।
इसके साथ ही, सरकारी सूत्रों के अनुसार, सब्सिडी प्रणाली में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जाएगा। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना के तहत उपभोक्ताओं को सब्सिडी राशि उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में भेजी जाएगी। वर्तमान में, लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 200 से 300 रुपये तक की सब्सिडी मिल रही है।
विभिन्न शहरों में गैस सिलेंडर की वर्तमान कीमतें
भारत के विभिन्न हिस्सों में गैस सिलेंडर की कीमतें अलग-अलग हैं। दिल्ली में 14.2 किलोग्राम का घरेलू गैस सिलेंडर 828 रुपये का है, जो देश के अन्य हिस्सों की तुलना में सस्ता है। वहीं, पटना, गोड्डा जैसे शहरों में यह कीमत 898 रुपये तक पहुंच चुकी है।
मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे महानगरों में सिलेंडर की कीमतें 850 से 870 रुपये के बीच हैं। झारखंड के धनबाद, गिरिडीह और जमशेदपुर जैसे शहरों में गैस सिलेंडर की कीमत 868 से 878 रुपये के बीच है। इस कीमतों के भिन्न होने का कारण परिवहन लागत, स्थानीय कर और राज्य सरकारों की नीतियां हैं।
सब्सिडी प्रणाली और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
केंद्र सरकार द्वारा संचालित सब्सिडी योजना से करोड़ों परिवारों को राहत मिल रही है। इस योजना के तहत, उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की बाजार मूल्य पर खरीदारी करनी होती है, और कुछ दिनों में सब्सिडी राशि उनके आधार लिंक्ड बैंक खाते में जमा कर दी जाती है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत, गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे स्वच्छ ईंधन का उपयोग कर सकें।
इस योजना से न केवल गरीब परिवारों को राहत मिल रही है, बल्कि यह देश में स्वच्छ ईंधन के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दे रही है।
महंगाई के दौर में गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी का असर
गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी का सबसे बड़ा असर आम परिवारों के मासिक बजट पर पड़ेगा। खासकर वे परिवार जो पहले ही महंगाई से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह राहत की बात होगी। एक परिवार औसतन दो से तीन सिलेंडर का इस्तेमाल करता है, ऐसे में 80 रुपये प्रति सिलेंडर की बचत से महीने में 150 से 200 रुपये की बचत हो सकती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जहां अभी भी कई परिवार लकड़ी और उपले का उपयोग करते हैं, वहां सस्ती गैस की उपलब्धता उन्हें स्वच्छ ईंधन की ओर प्रोत्साहित करेगी। इससे महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर होगा और पर्यावरण को भी फायदा मिलेगा। एलपीजी पारंपरिक चूल्हों से कम प्रदूषण फैलाता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के लिए एक स्वच्छ वातावरण मिलता है।
उपभोक्ताओं के लिए सलाह
गैस उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों या सोशल मीडिया पर फैलने वाली अधूरी जानकारी पर भरोसा न करें। कीमतों में बदलाव की पुष्टि केवल आधिकारिक सूत्रों से ही करें, जैसे इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, या हिंदुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट।
इसके अलावा, अगर आपने अभी तक अपना आधार कार्ड और बैंक खाता गैस कनेक्शन से नहीं जोड़ा है, तो जल्द ही इसे पूरा करें, क्योंकि बिना आधार लिंकिंग के सब्सिडी का लाभ नहीं मिल सकता। गैस बुक करते समय हमेशा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का उपयोग करें और डिलीवरी के समय बिल जरूर लें।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में संभावित कमी, खासकर त्योहारी सीजन में, करोड़ों परिवारों के लिए राहत की खबर हो सकती है। विशेष रूप से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन प्राप्त करने वाले परिवारों को इससे सबसे ज्यादा लाभ होगा। हालांकि, इसके लिए तेल विपणन कंपनियों और सरकार की आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा। उपभोक्ताओं को आधिकारिक जानकारी के लिए अपनी गैस एजेंसी से संपर्क बनाए रखना चाहिए।
Disclaimer
यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की जानकारी विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की गई है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि के बिना इसे पूरी तरह से सही नहीं माना जा सकता है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम या हिंदुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट या अपने स्थानीय गैस एजेंसी से संपर्क करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी गलत जानकारी या निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।







