त्योहारी सीजन में सोने के रेट हुए औंधे मुंहे गिर, जानें 22 और 24 कैरेट का आज का ताज़ा प्राइस Gold Price Today

त्योहारी सीजन में सोने के रेट हुए औंधे मुंहे गिर, जानें 22 और 24 कैरेट का आज का ताज़ा प्राइस Gold Price Today

हर साल जब त्योहारों का मौसम आता है, तो बाजारों में सोने-चांदी की खरीदारी का माहौल बन जाता है। विशेष रूप से धनतेरस और दिवाली जैसे पर्वों पर सोना खरीदना भारतीय परंपरा में शुभ माना जाता है। इन अवसरों पर लोगों की दिलचस्पी कीमती धातुओं में तेजी से बढ़ जाती है और इसी वजह से अक्सर इन दिनों सोने की कीमतों में इज़ाफा देखा जाता है। लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी अलग है। इस त्योहारी सीजन में सोने के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है, जो आम खरीदारों के लिए एक सुखद आश्चर्य है।

कई वर्षों से यह देखा गया है कि जैसे ही त्योहारों का समय आता है, वैसे ही सोने की मांग में तेजी आती है और इसके साथ ही कीमतें भी बढ़ जाती हैं। मगर इस बार बाजार में एक शांत और संतुलित माहौल देखने को मिल रहा है, जहां सोने के दामों में नरमी दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समय निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। खासकर वे लोग जो शादी-ब्याह या दीवाली के लिए गहनों की खरीददारी की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह एक बेहतरीन मौका हो सकता है।

आज के ताजा भाव और बाजार की स्थिति

आज भारतीय बाजार में चौबीस कैरेट सोने की कीमत तिरेसठ हजार चार सौ रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज की गई है, जो हाल ही में तिरेसठ हजार नौ सौ रुपये के स्तर पर थी। बाईस कैरेट सोना अब अट्ठावन हजार एक सौ रुपये प्रति दस ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में भी यही रुझान देखने को मिला है, जहां कीमतें लगभग एक जैसी ही बनी हुई हैं।

दक्षिण भारत के शहरों की बात करें तो चेन्नई में सोना थोड़ा महंगा है और यहां चौबीस कैरेट का रेट चौंसठ हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच चुका है। अन्य शहरों में भी भाव में लगभग इसी प्रकार की गिरावट देखी गई है। लखनऊ, भोपाल, जयपुर जैसे शहरों में भी खरीदारों की भीड़ ज्वेलरी की दुकानों पर नजर आ रही है, क्योंकि सभी इस मौके का फायदा उठाना चाहते हैं।

चांदी के दामों में भी आई नरमी

केवल सोने की कीमतों में ही नहीं, बल्कि चांदी में भी इस सप्ताह कमी देखी गई है। दिल्ली में आज चांदी का भाव पचहत्तर हजार दो सौ रुपये प्रति किलोग्राम है, वहीं मुंबई में यह करीब चौहत्तर हजार आठ सौ रुपये तक गिर चुका है। पिछले सप्ताह की तुलना में चांदी के रेट में करीब 500 से 700 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है।

चांदी के रुझान को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि यह समय चांदी में निवेश करने के लिए भी अनुकूल है। घरेलू उपयोग के लिए चांदी के बर्तन और आभूषण खरीदने वालों के लिए भी यह एक उपयुक्त समय है। त्योहारी मांग के चलते आने वाले समय में चांदी के दामों में दोबारा उछाल आने की पूरी संभावना जताई जा रही है।

कीमतों में गिरावट के मुख्य कारण

सोने-चांदी की कीमतों में आई यह गिरावट केवल घरेलू कारकों पर आधारित नहीं है, बल्कि इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां भी जिम्मेदार हैं। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से सोने की वैश्विक कीमतों पर नकारात्मक असर पड़ा है। आमतौर पर जब डॉलर की स्थिति सुदृढ़ होती है, तो सोना कमजोर पड़ता है, क्योंकि इन दोनों का परस्पर विपरीत संबंध होता है।

इसके अलावा अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखना भी एक बड़ा कारण है। जब ब्याज दरें स्थिर या अधिक होती हैं, तो निवेशक सुरक्षित विकल्पों जैसे बैंक डिपॉजिट या बॉन्ड की ओर झुकते हैं, जिससे सोने की मांग में कमी आती है। वैश्विक बाजारों में भी फिलहाल सोने का रुझान कुछ कमजोर बना हुआ है, जो भारतीय बाजार पर भी असर डाल रहा है।

निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर

जो लोग लंबे समय से सोने में निवेश करने की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह समय बेहद अनुकूल हो सकता है। कीमतों में गिरावट का लाभ उठाकर अभी की गई खरीददारी भविष्य में अच्छा मुनाफा दे सकती है। विश्लेषकों का कहना है कि जैसे-जैसे दिवाली और शादियों का मौसम आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे मांग फिर से बढ़ेगी और कीमतों में उछाल आ सकता है।

सोना न केवल एक सांस्कृतिक प्रतीक है, बल्कि एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में भी इसकी मजबूत स्थिति बनी हुई है। महंगाई से लड़ने और सुरक्षित रिटर्न पाने के लिए लोग आज भी सोने को सबसे भरोसेमंद विकल्प मानते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों की राय है कि निवेश को चरणबद्ध तरीके से करना बेहतर रहता है, जिससे बाजार की अस्थिरता से बचा जा सके।

छोटे शहरों में बढ़ी खरीददारी

छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सोने की कीमतों में आई गिरावट का असर साफ नजर आ रहा है। कस्बों और गांवों में सोना खरीदना एक परंपरा रही है, और जब भी भाव थोड़ा कम होते हैं, लोग तेजी से खरीदारी की ओर बढ़ते हैं। कई ज्वेलरी दुकानदारों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में ग्राहकों की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।

मध्यम वर्गीय परिवार जो अब तक केवल योजना बना रहे थे, वे अब बाजार में उतरने लगे हैं। शादियों के लिए गहनों की खरीददारी करने वाले लोग भी इस समय का लाभ उठा रहे हैं। यदि यही रुझान बना रहा तो आने वाले कुछ दिनों में बिक्री में और अधिक तेजी आ सकती है।

विशेषज्ञों की राय और भविष्य की संभावनाएं

वित्तीय विशेषज्ञों और सलाहकारों का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए। वैश्विक घटनाक्रम जैसे डॉलर इंडेक्स, तेल की कीमतें और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिस्थितियां सोने के भावों पर असर डाल सकती हैं। इसलिए किसी भी बड़े निवेश से पहले विस्तृत जानकारी और सलाह लेना आवश्यक है।

भविष्य की बात करें तो विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले एक-दो महीनों में सोने की कीमतें फिर से चढ़ सकती हैं, क्योंकि शादी और वर्षांत की मांग दोनों ही बढ़ने वाली हैं। ऐसे में अभी किया गया निवेश भविष्य में लाभदायक सिद्ध हो सकता है।

निष्कर्ष

त्योहारी सीजन में सोने और चांदी की कीमतों में आई यह गिरावट आम ग्राहकों के लिए एक अच्छा अवसर लेकर आई है। खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय से खरीददारी या निवेश की योजना बना रहे थे। बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह समय सोने-चांदी की खरीददारी के लिए उपयुक्त है, लेकिन इसके साथ ही सही जानकारी और सतर्कता भी बेहद जरूरी है।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई कीमतें विभिन्न स्थानीय बाजारों और संघों से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित हैं, जो समय और स्थान के अनुसार बदल सकती हैं। किसी भी प्रकार की निवेश योजना या खरीदारी का निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना आवश्यक है। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय हानि के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।

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