भारत में पिछले कुछ समय से एक अफवाह तेजी से फैल रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 10 रुपये के सिक्कों को चलन से बाहर कर दिया है। इस अफवाह ने कई शहरों और कस्बों में दुकानदारों को 10 रुपये के सिक्के लेने से मना करने के लिए प्रेरित किया है, जिससे आम नागरिकों को दैनिक लेन-देन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों में यह डर पैदा हो गया है कि क्या ये सिक्के अब वैध नहीं हैं और क्या इन्हें अब उपयोग नहीं किया जा सकता।
RBI का स्पष्टीकरण
इस भ्रम की स्थिति को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने बार-बार स्पष्ट किया है कि 10 रुपये के सिक्के पूरी तरह से वैध हैं और देशभर में इनका चलन जारी है। केंद्रीय बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी प्रकार की ऐसी घोषणा नहीं की गई है जिसमें इन सिक्कों को बंद करने की बात कही गई हो। यह एक भ्रामक अफवाह है जो सोशल मीडिया के माध्यम से फैली है।
RBI ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल पर यह भी स्पष्ट किया है कि 10 रुपये के सभी सिक्के, जिनकी विभिन्न डिजाइन और वर्षों में जारी किए गए हैं, कानूनी मुद्रा हैं और इनका स्वीकार करना अनिवार्य है। अगर किसी व्यापारी या दुकानदार ने इन्हें स्वीकार करने से मना किया, तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा। RBI के अनुसार, किसी भी मुद्रा को बंद करने से पहले एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाती है और जनता को पर्याप्त समय दिया जाता है।
सोशल मीडिया पर अफवाहें क्यों फैलती हैं?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे WhatsApp, Facebook और Twitter पर बिना सत्यापन के गलत सूचना बहुत जल्दी फैलती है। 10 रुपये के सिक्कों को लेकर जो अफवाह फैली है, उसका कोई आधिकारिक स्रोत नहीं है। कुछ लोग इन अफवाहों को बिना जांचे-परखे शेयर कर देते हैं, जिससे समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि कुछ व्यापारी जानबूझकर इस तरह की अफवाहों का फायदा उठाते हैं। छोटे सिक्कों को संभालने में होने वाली परेशानी से बचने के लिए वे यह बहाना बना लेते हैं कि सिक्के बंद हो गए हैं, ताकि उन्हें इनका उपयोग न करना पड़े। इससे उन्हें खुदरा लेन-देन में सुविधा मिलती है, लेकिन आम लोगों को कठिनाई होती है।
5 रुपये के नोटों के साथ भी यही हाल
10 रुपये के सिक्कों के अलावा, 5 रुपये के नोटों को लेकर भी अफवाहें फैल रही हैं। हालांकि, RBI ने कभी भी 5 रुपये के नोटों को बंद नहीं किया है, फिर भी कुछ व्यापारी इन्हें लेने से मना कर रहे हैं। इससे यह नोट भी धीरे-धीरे चलन से बाहर होते दिखाई दे रहे हैं, जबकि ये पूरी तरह से वैध मुद्रा हैं।
कानूनी प्रावधान
भारतीय कानून के तहत, जब तक RBI किसी नोट या सिक्के को आधिकारिक तौर पर बंद नहीं करता, तब तक उसे स्वीकार करना अनिवार्य है। यदि कोई व्यापारी या दुकानदार वैध मुद्रा स्वीकार करने से इनकार करता है, तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा। इस प्रकार के मामलों में प्रभावित व्यक्ति पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
आम लोगों को क्या करना चाहिए?
यदि आपके पास 10 रुपये के सिक्के हैं तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ये सिक्के पूरी तरह से वैध हैं और आप इन्हें किसी भी स्थान पर इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि कोई दुकानदार इन्हें स्वीकार करने से मना करता है, तो आप उसे विनम्रता से समझा सकते हैं कि यह RBI द्वारा जारी वैध मुद्रा है। अगर वह फिर भी स्वीकार नहीं करता, तो आप स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से बचने के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। RBI की वेबसाइट और सरकारी अधिसूचनाओं को ही विश्वसनीय मानें। किसी भी मुद्रा या नोट से संबंधित बदलाव के बारे में RBI पहले से सूचना देता है। जब तक ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा न हो, तब तक सभी नोट और सिक्के वैध हैं।
Disclaimer
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें दी गई जानकारी विश्वसनीय स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, लेकिन हम इसकी पूर्ण सटीकता की गारंटी नहीं देते। मुद्रा और बैंकिंग से संबंधित किसी भी निर्णय लेने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नवीनतम जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। किसी भी वित्तीय या कानूनी मामले में विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित रहेगा। लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के उपयोग से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।








